राजस्थान वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025: 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए स्वर्णिम अवसर

राजस्थान सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बेहतरीन तोहफा पेश किया है। वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025 के तहत राज्य के 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाई जाएगी। यह योजना विशेष रूप से उन वरिष्ठजनों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने जीवनकाल में एक बार धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं।

योजना का मुख्य उद्देश्य

राजस्थान सरकार का यह प्रयास है कि राज्य के वरिष्ठ नागरिक बिना किसी आर्थिक बोझ के अपने मनचाहे तीर्थ स्थलों की यात्रा कर सकें। इस योजना के तहत 500 लोगों को रेल मार्ग से और 6000 लोगों को हवाई मार्ग से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो आयकर दाता नहीं हैं और न ही केंद्र या राज्य सरकार में राजपत्रित अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं।

किन तीर्थ स्थलों पर जा सकेंगे यात्री

इस योजना के तहत यात्रियों को देश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर ले जाया जाएगा। इनमें हरिद्वार, ऋषिकेश, अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, वृंदावन, द्वारका, सोमनाथ, तिरुपति, जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम, वैष्णो देवी, अमृतसर, उज्जैन, महाकालेश्वर जैसे प्रमुख तीर्थ स्थल शामिल हैं। हवाई यात्रा के लिए चयनित तीर्थ स्थलों की सूची बाद में जारी की जाएगी।

पात्रता के मुख्य मापदंड

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को राजस्थान का मूल निवासी होना अनिवार्य है। आवेदक की आयु 1 अप्रैल 2025 तक कम से कम 60 वर्ष होनी चाहिए। यानी जिनका जन्म 1 अप्रैल 1965 से पहले हुआ हो, वे ही इस योजना के पात्र होंगे। आवेदक और उनके जीवनसाथी को आयकर दाता नहीं होना चाहिए। साथ ही, जिन लोगों ने पहले कभी इस योजना का लाभ नहीं उठाया हो, वे ही नए सिरे से आवेदन कर सकते हैं।

स्वास्थ्य संबंधी शर्तें

यात्रा पर जाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना आवश्यक है। जो लोग संक्रामक बीमारियों जैसे टीबी, श्वास संबंधी रोग, हृदय रोग या कुष्ठ रोग से पीड़ित हैं, वे इस योजना के पात्र नहीं होंगे। आवेदन करते समय एक मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करना अनिवार्य है जिसमें डॉक्टर द्वारा यह प्रमाणित किया जाए कि आवेदक यात्रा के लिए शारीरिक रूप से सक्षम है।

आवेदन प्रक्रिया

वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025 के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। आवेदकों को अपनी SSO आईडी के माध्यम से राजस्थान देवस्थान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करते समय जनाधार कार्ड अनिवार्य है। आवेदक को अपनी पसंद के तीन तीर्थ स्थलों को प्राथमिकता के आधार पर चुनना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है।

यात्रा के दौरान सुविधाएं

यात्रियों को रेल या हवाई मार्ग से उनके चयनित तीर्थ स्थल पर ले जाया जाएगा। यात्रा के दौरान भोजन और रहने की उचित व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी। हालांकि, यदि कोई यात्री अतिरिक्त सुविधाएं लेना चाहे तो उसका खर्च स्वयं वहन करना होगा। यात्रियों से अपेक्षा की जाती है कि वे तीर्थ यात्रा की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए अपना आचरण सही रखें और किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन न करें।

चयन प्रक्रिया

इस योजना के तहत यात्रियों का चयन कंप्यूटराइज्ड लॉटरी सिस्टम के माध्यम से किया जाएगा। चयनित आवेदकों की एक प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाएगी ताकि यदि कोई चयनित यात्री यात्रा पर न जा सके तो उसके स्थान पर प्रतीक्षा सूची के यात्री को अवसर दिया जा सके।

राजस्थान सरकार की यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है। जो बुजुर्ग लंबे समय से तीर्थ यात्रा की इच्छा रखते थे लेकिन आर्थिक अभावों के कारण नहीं जा पाए, उनके लिए यह योजना वरदान साबित हो सकती है। समय रहते आवेदन करके इस योजना का लाभ उठाएं और अपने जीवन की अधूरी इच्छा को पूरा करें।

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